मनोज कुमार पुरोहित
First Published 05:38[IST](19/04/2010)
Last Updated 05:54[IST](19/04/2010)
जोधपुर. कार स्टार्ट करते ही इंजन की आवाज को संगीत के सुरों में पिरोकर यहां के दो वैज्ञानिकों ने वाहन में खराबी ढूंढ़ निकालने की अनूठी तकनीक ईजाद की है। यह ऐसा सॉफ्टवेयर है, जिसके आधार पर कंप्यूटर कुछ ही पलों में यह बात देगा कि कार के किसी हिस्से में समस्या पेश आ रही है।लाचू कॉलेज ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के डॉ. मुकेश उपाध्याय व जयनारायण व्यास यूनिवर्सिटी में साइंस डिपार्टमेंट के डीन प्रो. जीसी टिक्कीवाल ने अपनी इस रिसर्च का पेटेंट करवा लिया है। इसे केंद्र सरकार के बौद्धिक संपदा अधिकार कार्यालय से भी स्वीकृति मिल चुकी है।
ऐसे पता चलती है खराबी:इस तकनीक में कार के इंजन की आवाज रिकॉर्ड कर उसे स्वरों में बांटा जाता है। इन्हीं स्वरों में बदलाव के आधार पर पता लगाया जाता है कि वाहन में कहां-क्या खराबी है। इसके लिए एक खास सॉफ्टवेयर बनाया गया है। दोनों वैज्ञानिकों ने मारुति समेत कई कंपनियों की कारों की खराबी को इस सॉफ्टवेयर की मदद से ढूंढ़ा है। इससे करीब 90 फीसदी तक मामलों में कंप्यूटर की बताई खराबी ही सही निकली।
ऐसे होगी जांच:किसी भी खराब गाड़ी के इंजन की आवाज को रिकॉर्ड कर कंप्यूटर में स्टोर किया जाएगा। फिर कंप्यूटर सॉफ्टवेयर की मदद से आवाज को सुरों में बदला जाएगा। इसके बाद कंप्यूटर यह बता देगा कि गाड़ी में क्या परेशानी है और इसका कैसे निराकरण किया जा सकता है।
ऐसे पता चलती है खराबी:इस तकनीक में कार के इंजन की आवाज रिकॉर्ड कर उसे स्वरों में बांटा जाता है। इन्हीं स्वरों में बदलाव के आधार पर पता लगाया जाता है कि वाहन में कहां-क्या खराबी है। इसके लिए एक खास सॉफ्टवेयर बनाया गया है। दोनों वैज्ञानिकों ने मारुति समेत कई कंपनियों की कारों की खराबी को इस सॉफ्टवेयर की मदद से ढूंढ़ा है। इससे करीब 90 फीसदी तक मामलों में कंप्यूटर की बताई खराबी ही सही निकली।
ऐसे होगी जांच:किसी भी खराब गाड़ी के इंजन की आवाज को रिकॉर्ड कर कंप्यूटर में स्टोर किया जाएगा। फिर कंप्यूटर सॉफ्टवेयर की मदद से आवाज को सुरों में बदला जाएगा। इसके बाद कंप्यूटर यह बता देगा कि गाड़ी में क्या परेशानी है और इसका कैसे निराकरण किया जा सकता है।
Mr Mukesh Upadhayay done MCA from MBM Engineering College in 1992.
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